क्या है, Blockchain टेक्नोलॉजी। Blockchain technology in hindi

बिटकॉइन एक क्रिप्टो करेंसी है , और फिलहाल ये काफी पॉपुआलर कॉइन है । यह क्रिप्टो मार्केट में पहले नंबर पर आने वाला क्रिप्टो करेंसी है । लेकिन इन सभी क्रिप्टोकरेंसी की टेक्नोलॉजी Blockchain आखिर काम कैसे करती है । आज इस Blockchain Technology  को समझेंगे ।

Blockchain kya hai

What is Blockchain

ब्लॉकचैन  टेक्नोलॉजी , एक ऐसा प्लेटफॉर्म  है  जहाँ केवल डिजिटल करेंसी ही नहीं ब्लकि कई और सेक्टर में हो सकता है । जिसको डिजिटल के रूप में स्टोर करके उसका रिकॉर्ड रखा जा सकता है । इसलिए Blockchain यूज सिर्फ Bitcoin में ही नहीं अन्य किसी भी चीज में कर सकते है । Blockchain एक सिक्योर , सेफ और डिसेंट्रलाइज्ड ( Decentralized ) टेक्नोलॉजी है । जिसे हैक या कण्ट्रोल करना लगभग नामुमकिम है ।

यहां तक की किसी देश के सरकार का भी कोई  कण्ट्रोल या कोई अधिकार नहीं होता । यही कारण है की Blockchain टेक्नोलॉजी पर बनी चीज  काफी तेजी से ग्रो ( Grow )  होता है । क्यों की यह पूरी तरह से Secure  होता है । हमारे सामने सबसे बड़ा उदहारण Bitcoin है , जो ब्लॉकचीन टेक्नोलॉजी की एक बहुत बड़ी उपलब्धी है । Bitcoin  को सफलता का अंदाजा इस बात से लगा सकते है की 2010 में 1 Bitcoin की वैल्यू महज  लगभग अमेरिकी डॉलर  0.06 = 0.10 ( 4- 10 रुपये ) थी । लेकिन अब Bitcoin की वैल्यू 40 लाख के पार जा चुकी है । यह संभव कैसे हुआ ? जाहिर सी बात है की ब्लॉकचीन की वजह से ये इतना सिक्योर और पॉपुलर जो है ।

ब्लॉकचैन काम कैसे करता है ।

ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी में कई ब्लॉक्स होते है । जो एक दूसरे से जुड़े होते है । इस तरह से यह एक ब्लॉकचैन हो गया । हर एक ब्लॉक में डेटा, हैश और पिछले ब्लॉक का हैश होता है । जो ब्लॉकचैन Bitcoin में जो भी खरीदारी या बेचता है तो उसका डाटा और ट्रांजक्शन की सारी डिटेल ब्लॉकचैन में होता है । सेन्डर , रिसीवर और अकाउंट जैसी जानकारिया इसमें दर्ज होती है ।

क्या है हैश और पिछले ब्लॉक का हैश

डेटा के बाद हैश का नंबर आता है , मेरा मतलब की अब हम हैश के बारे में समझेंगे । हैश को आप बायोमेट्रिक की तरह समझ सकते है । जो हर किसी के लिए यूनिक होता है । जिस प्रकार से आपकी आईडी , फेस और फिंगरप्रिंट किसी और से मैच नहीं कर सकती , ठीक उसी प्रकार से हैश बी यूनिक होता है ।

सभी ब्लॉक्स एक दूसरे से वर्चुअली  कनेक्टेड रहते है । यह एक तरह का ऐसा सिस्टम है जिसमे छोड़छाड़  की गुन्जाईस नहीं है । क्यों की अगर कोई  चाहे भी तो ब्लॉकचैन की इनफार्मेशन बदल नहीं सकता है ।

पिछले ब्लॉक का हैश –  एक ब्लॉक में  पिछले ब्लॉक्स का भी हैश होता है । और इसकी वजह से ही ब्लॉक्स की चैन बनता है । जो ब्लॉकचैन बदलता है ये सारे ब्लॉक्स एक दूसरे से जुड़े रहते है । इसलिए इसे हैक करना , लगभग नामुमकिम है । क्यों की यह ब्लॉक कई सर्वर पर होता है । आप एक ब्लॉक्स का डाटा बदल सकते है लेकिन दुनिया भर के सभी ब्लॉक्स का डाटा नहीं बदल सकते है । सारे ब्लॉक्स आपस में एक दूसरे से कनेक्टेड रहते है ।

ट्रांजक्शन की सारी जानकारी लोगो तक पहुँचती है

जैसे की अगर किसी ने ब्लॉकचैन में एक नया ब्लॉक्स को जोड़ता है तो इसकी जानकारी उन सभी लोगो को जाती है , ब्लॉकचैन सिस्टम से कनक्टेड है । हालाँकि इन जानकारियों में ये किसी की पर्सनल डिटेल्स या लोकेशन शेयर नहीं करता है यह केवल ट्रांजक्शन और ब्लॉकचैन से ही जुडी जानकारी देता है । ब्लॉकचैन की वजह से Bitcoin ऐसी क्रिप्टोकरेंसी है जो पूरी तरह से Decentralized है और इसका कण्ट्रोल किसी के हाँथ में नहीं है ।

जैसे हम Paytm या UPI से ट्रांजक्शन करते है तो इसका पूरा कण्ट्रोल बैंक के पास होता है । और यहाँ तक की हम लोग के सारे पैसे का हिसाब और कण्ट्रोल बैंक और सरकार के पास होता है ।

कण्ट्रोल करना किसी देश के सरकार के हाँथ में भी नहीं होता

क्या आप जानते है की बैंक हमारे पैसे को बाजार में निवेश करता है और सरकार चाहे तो हमारे पास रखे 500 – 2000 रुपये के नोट को भी अमान्य कर सकते है ।

इन्ही सब वजहों को देखते हुए ब्लॉकचैन आधारित बिटकॉइन का आईडिया सातोशी नकामोटो ने पब्लिश किया था ।

बिटकॉइन में किये गए ट्रांजक्शन का रिकॉर्ड  किसी एक पास नहीं बल्कि लाखो कंप्यूटर में लाखो लोगो के पास होता है । जैसे बैंक में उसके सभी कस्टमर का डाटा होता है , मतलब की किस व्यक्ति के अकाउंट में कितना पैसा है व्यक्ति का नाम , पता ( Address ) जैसी जुडी सारी जानकारी केवल बैंक के पास होती है । लेकिन ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी की बात करे तो , इसमें ऐसा नहीं है । यहाँ किसी एक के पास सभी का डिटेल्स नहीं है । बल्कि सभी के पास हर किसी का डिटेल्स होता है । डिटेल्स मतलब इसमें नाम , पता या लोकेशन या आईडी कार्ड से जुडी कोई जानकारी नहीं होती । जैसे किसी के अकाउंट में 10 बिटकॉइन पड़ा है तो ये जानकारी लाखो के पास होती है जो ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी से कनेक्टेड है ।

रुकिए थोड़ा सबर करिये , डरिए मत  आपके खाते में 10 बिटकॉइन है ये बात तो सबको पता हो सकती है , लेकिन ये कभी पता नहीं चल सकता की यह 10 बिटकॉइन किस व्यक्ति या किस फलाने का है । लोकेशन हो या Address  हो चाहे उस व्यक्ति का नाम ये सब जानकारी किसी के पास नहीं होती । ये मै मान सकता हूँ की आपकी एक Digital Personal Identyतैयार होती है , जो आपसे लिंक तो होती है लेकिन इसमें छेड़छाड़ करना असंभव है । यानी की यह किसी को पता नहीं होगा की आप कौन है , आप कहाँ रहते है , आपके पास कितने पैसे के Bitcoin है । जो पैसा होता है वह एक यूनिक एड्रेस पर होता है ।

तो हम केवल यह जान सकते है की इस एड्रेस पर केवल इतना पैसा या इतना बिटकॉइन है लेकिन ये पैसा या यूनिक एड्रेस किस शख्स का है ये किसी को पता नहीं होता । मैने  बातो को एक से  दो बार समझाने की कोशिश की है मुझे उम्मीद है की आप  Blockchain  के बारे में यह समझ चुके होंगे की यह इतना अलग क्यों है और Blockchain पर बना  Bitcoin इतना पॉपुलर क्यों है ।

पोस्ट को शेयर करे: